कई बार देखा
पलट कर देखा
मुड़कर देखा
रूककर देखा
चलते हुए देखा
हर शय से देखा
हर फ्रेम से देखा
हर आकार से देखा
हर रूप से देखा
हर तरफ से देखा
हर मुड से देखा
एक शरीर मगर रूप अनेक
रूप एक तो छवियां अनेक
छवि एक तो भाषा अनेक
भाषा एक तो जुबान अनेक
जुबान एक तो शब्द अनेक
शब्द एक तो कहानी अनेक
कहानी एक तो किरदार अनेक
किरदार एक तो श्रोता अनेक
श्रोता एक तो कदरदान अनेक
कदरदान एक तो कल्पनाएं अनेक
उनमें कई लोग, जब भी देखा बदलते देखा
पलट कर देखा
मुड़कर देखा
रूककर देखा
चलते हुए देखा
हर शय से देखा
हर फ्रेम से देखा
हर आकार से देखा
हर रूप से देखा
हर तरफ से देखा
हर मुड से देखा
एक शरीर मगर रूप अनेक
रूप एक तो छवियां अनेक
छवि एक तो भाषा अनेक
भाषा एक तो जुबान अनेक
जुबान एक तो शब्द अनेक
शब्द एक तो कहानी अनेक
कहानी एक तो किरदार अनेक
किरदार एक तो श्रोता अनेक
श्रोता एक तो कदरदान अनेक
कदरदान एक तो कल्पनाएं अनेक
उनमें कई लोग, जब भी देखा बदलते देखा